कोलकाता-दिल्ली के बीच नेशनल हाईवे-2 पर पसरा सन्नाटा।
कोलकाता-दिल्ली के बीच नेशनल हाईवे-2 पर पसरा सन्नाटा।
रांची/जमशेदपुर/धनबाद. 21 दिन के लॉक डाउन के तीसरे दिन शुक्रवार को भी प्रदेश के बाहर काम करने वालों के घर लौटने का सिलसिला जारी है। कई शहरों में शुक्रवार सुबह दूसरे शहरों और राज्यों से कुछ लोग घर लौटते दिखे। हालांकि, सतर्कता और एतिहात के तौर पर कई गांवों के सीमा पर बोर्ड पर लगाया गया है। इसमें बिना इजाजत दूसरे शहरों के लोगों का गांव में आना मना है। उन्हें हिदायत दी गई है कि बिना स्वास्थ्य जांच कराए गांव में न प्रवेश करें।
झारखंड के सभी जिलों में मिलाजुला असर देखा गया। प्रदेश के धनबाद से गुजरने वाले कोलकाता-दिल्ली नेशनल हाइवे-2 पर सन्नाटा पसरा रहा। इस हाइवे को लाइफलाइन माना जाता है। कोलकाता से झारखंड, बिहार, यूपी के शहरों में कई सामानों का आपूर्ति होती है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान खाद्य पदार्थों और जरूरी सामानों के अलावा कोई अन्य भारी वाहन सड़कों पर नहीं दिखे। हालांकि, इस दौरान स्थानीय लोगों की कम मात्रा में आवाजाही जारी रही।

सब्जी मार्केटों में रोजाना की तरह जुटी भीड़

धनबाद, जमशेदपुर, पलामू, लातेहार, गुमला, चाईबासा, लोहरदगा आदि शहरों के सब्जी बाजारों में रोजाना की तरह शुक्रवार सुबह भी भीड़ जुटी। इस दौरान पुलिस मौजूद रही। लेकिन, सख्ती के बावजूद लोगों के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि कई शहरों में  प्रशासन की ओर से सब्जी व अन्य खाद्य पदार्थों की होम डिलीवरी की सेवा शुरू की गई है लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग अभी भी जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए बाजार पहुंच रहे हैं। कई लोगों ने बताया कि वे हफ्ते भर का सामान लेना चाहते हैं लेकिन बाजार में उपलब्धता न होने की वजह से उन्हें हर दूसरे दिन बाजार आना पड़ रहा है।

सोशल डिस्टेंसिंग नहीं समझ पा रहे हैं लोग

पुलिस-प्रशासन की ओर से बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही जा रही है लेकिन इसके बारे में लोग कम ही समझ पा रहे हैं। एक-दूसरे से मिलने के दौरान वे उचित दूरी बनाकर नहीं रख पा रहे हैं, खासकर सब्जी मार्केट में। इसके अलावा कुछ लोग बिना वजह के सड़कों पर घूमते भी दिख रहे हैं बिना मास्क के। हालांकि, प्रशासन और पुलिस बार-बार लाउडस्पीकर के जरिए इस संबंध में लोगों को जागरुक करती दिख रही है।

ओड़िशा के राउरकेला से गुमला 200 किमी पैदल पहुंचे लोग

शुक्रवार सुबह 12 से 15 की संख्या में कुछ मजदूर ओड़िशा के राउरकेला से गुमला पैदल 200 किमी की दूरी तय किया। यहां से उन्हें प्रशासन की मदद से उनके घर भेजा जाएगा। फिलहाल, इस संबंध में प्रशासन आगे की कार्रवाई कर रही है।